राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रो को निशाने पर लेते हुए अमित शाह ने कहा कि जिन लोगों को भारत जोड़ना है, उनके लिए उत्तर पूर्व का विकास और शांति एक उदाहरण है कि कुछ और प्रयास किए और बिना भाषण दिए भारत को कैसे जोड़ा जा सकता है।
‘हथियार लेकर घूमते थे युवा’
अमित शाह ने कहा कि नॉर्थ ईस्ट में कभी हजारों युवा हाथों में हथियार लेकर घूमते थे। बंद होते थे, आंदोलन होते थे, इस कारण नॉर्थ ईस्ट का विकास नहीं हो पाता था। मोदी ने बोडोलैंड का समझौता करवाया, त्रिपुरा का समझौता हुआ, सीमाओ का विवाद सुलझा, कभी जो आसम आतंकवाद, आंदोलन और गोलीबारी से जाना जाता था, आज वह असम विकास के लिए जाना जाने लगा है। पूरा पूर्वोत्तर शांत हो गया है।
खानापारा में कार्यकर्ता सम्मेलन में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि असम 2014 में एक जनसभा हुई थी। हमने तब सत्ता परिवर्तना का बिगुल फूंका था। संख्या इसके दसवें भाग की थी। आज पचास हजार कार्यकर्ताओं का सम्मेलन हो रहा है। कोई इतना बड़ा सम्मेलन नहीं कर सकता है, जितना बड़ा हमने किया है। हमें पांच साल और दें, असम में बाढ़ इतिहास बन जाएगी।
‘5 साल में असम को कर देंगे बाढ़ मुक्त’
अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस ने नॉर्थ ईस्ट का तानाबाना छिन्न-भिन्न कर दिया था। पीएम रहते मोदी 40 से ज्यादा बार नॉर्थ ईस्ट आए, जबकि पहले के पीएम यहां नहीं आते थे। पहले विधानसभा चुनाव के दौरान मैंने कहा था कि हमने असम को आतंकवाद और हमलों से मुक्त किया है, अब हमें पांच साल दें, हम असम को बाढ़ से मुक्त करेंगे। असम सरकार ने बनाई योजना जो 5 साल के भीतर असम में बाढ़ को अतीत की बात बना देगी।
‘कांग्रेस ने नॉर्थ ईस्ट को हिंसा में धकेला’
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को कहा कि कांग्रेस के 70 वर्ष के राज ने पूर्वोत्तर भारत को हिंसा और अराजकता की ओर धकेल दिया था लेकिन अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार ने इसे मुख्यधारा से जोड़ दिया है।
‘गेंडों को मारते थे घुसपैठिये’
शाह ने कहा कि अपस्पा हमारी और सेना की सुरक्षा के लिए बना था। राहुल गांधी ने घोषणा की कि सत्ता में आएंगे तो अपस्पा हटा देंगे। हमने कहा कि हमने सेना को इतना दृढ़ कर दिया है कि 80 प्रतिशत अपस्पा हटा दिया गया है। नॉर्थ ईस्ट बहुत सशक्त हो गया है। कांजीरंगा के जंगलों को घुसपैठियों ने अड्डा बना लिया था। गेंडों को मारते थे। हमने घुसपैठियों का सफाया गया। सरकारी जमीन से घुसपैठियों को उखाड़ फेंका।
‘गोतस्करी से मुक्य हुआ असम’
गोतस्करी का बड़ा रास्ता बोडोलैंड से होकर जाता था। आज असम की जमीन से एक भी ट्रक गोमाता को लेकर बाहर नहीं जा सकता। सुपारी और हथियारों की तस्करी होती थी। असम को इससे मुक्त कर दिया गया है।