प्रताप सिंह खाचरियावास का कहना है कि उनका किसी भी मंत्री से टकराव हुआ ही नहीं। आरक्षण से जिस विसंगति को दूर करने की बात कही जा रही है। उस पर मुख्यमंत्री सभी से राय ले रहे हैं। सेना के रिटायर्ड अधिकारियों से चर्चा की गई। कई मंत्रियों से राय ली जा गई। विधि विभाग से भी सलाह ली जा रही है। आरक्षण में विसंगति है तो जरूर दूर होनी चाहिए, लेकिन सोशल मीडिया पर जो अफवाहें फैलाई जा रही है, वे निराधार है। किसी षड़यंत्र के तहत बेवजह बदनाम करने की कोशिशें की जा रही है।
प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि उनकी हरीश चौधरी जी से भी बात हुई थी। लेकिन कहीं कोई टकराव की बात ही नहीं है।
कुछ लोग इसे जातिगत बनाकर विवादों में उलझाना चाह रहे
पूर्व कैबिनेट मंत्री हरीश चौधरी का कहना है कि सोशल मीडिया पर इस मुद्दे पर क्यों बयानबाजी हो रही है। यह उनकी समझ से परे है। कुछ शरारती तत्वों की ओर से जानबूझकर इस मुद्दे को जातिगत रूप दिया जा रहा है ताकि यह मुद्दा अटक जाए और राजनीति करने वाले राजनीति करते रहे हैं। शुक्रवार को मीडिया से रूबरू होते हुए चौधरी ने कहा कि वे किसी भी काम का क्रेडिट नहीं लेना चाहते। क्रेडिट भले किसी और को दे दिया जाए लेकिन लाखों युवाओं के साथ अन्याय नहीं होना चाहिए।
रिपोर्ट – रामस्वरूप लामरोड़
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