शिमला: हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है। हिमाचल प्रदेश की सभी 68 विधानसभा सीटों के लिए 12 नवंबर को मतदान होगा। वहीं आठ दिसंबर को वोटों की गिनती की जाएगी। हिमाचल चुनाव में इस बार 1184 मतदाता ऐसे हैं जो 100 साल के पार हैं। इसमें कई दिलचस्प नाम शामिल हैं। इसमें एक हैं श्याम शरण नेगी। इन्होंने 1951 में आजाद भारत में अपने मत का इस्तेमाल किया था। इस बार वो 18वीं बार चुनाव में वोट डालेंगे। इससे पहले 2019 लोकसभा चुनाव में इन्होंने वोट डाला था।
शुक्रवार को हिमाचल विधानसभा चुनाव का ऐलान करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि एक फेज में हो रहे चुनाव में 80 साल से ज्यादा उम्र के लोग, दिव्यांग या कोविड पॉजिटिव लोगों से एक फॉर्म भरवाए जाएगा। अगर वो पोलिंग बूथ पर नहीं आ सकते हैं तो निर्वाचन अधिकारी और कर्मी उनके घर पर जाकर मतदान करवाया जाएगा। उन्होंने बताया कि अस्सी साल से ज्यादा के एक लाख 82 हजार मतदाता हैं। उन्होंने बताया कि KYC ऐप पर अपने कैंडिडेट के आपराधिक रिकॉर्ड के बारे में मतदाता जान सकते हैं। C Vigil ऐप पर मतदाता चुनाव के दौरान किसी तरह की गड़बड़ी की शिकायत खुद से कर सकते हैं। हिमाचल विधानसभा का कार्यकाल 8 जनवरी 2023 को खत्म हो रहा है।
कौन हैं शरण सिंह नेगी
आधिकारिक रिकॉर्ड के अनुसार, रिटायर्ड स्कूल टीचर श्याम शरण नेगी का जन्म एक जुलाई 1917 को हुआ। जीवन के सौ वसंत देख चुके नेगी बताते हैं कि उन्होंने पहली बार जब वोट किया था, तब वह 33 साल के थे। तब से लेकर आज तक उन्होंने कभी भी अपना वोट बेकार नहीं किया। किन्नौर के कलपा कस्बे के रहने वाले श्याम शरण स्कूल से टीचर के पद से 51 साल पहले रिटायर हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि पहली बार वह 1951 में वोटिंग का हिस्सा बने थे। वह बहुत खुश हैं कि उन्होंने आज तक कभी भी अपना वोट बर्बाद नहीं किया।